अजब गजब कारनामों के लिए विख्यात शिक्षा विभाग के एक और काले कारनामे सामने आए है.

पलामू: जिले के रामगढ़ प्रखंड स्थित उत्क्रमित+2 उच्च विद्यालय रामगढ़ पलामू में शिक्षा विभाग ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल,जैक के सारे नियमों को ताक पर रख कर प्राइमरी स्कूल के शिक्षक महेंद्र प्रसाद को मैट्रिक परीक्षा 2025 में केंद्राधीक्षक जैसे महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील परीक्षा की जिम्मेदारी दे दी गई है. जबकि विभाग का नियम कहता है कि मैट्रिक परीक्षा का केंद्राधीक्षक प्राइमरी शिक्षक नहीं बन सकता, यदि प्राथमिक स्कूल में परीक्षा का केंद्र बनाया गया हो तो वहां हाई या+2 स्कूल के शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की जाती है. और तो और श्री प्रसाद पैसा एवं पैरवी के बदौलत विभाग के सारे नियमों को धता बता +2 विद्यालय का प्राचार्य भी बन बैठे है जबकि वे उस पद की योग्यता ही धारित नहीं करते. प्राप्त जानकारी के अनुसार किसी बड़े शिक्षा माफिया के इशारे पर इतनी बड़ी परीक्षा की जिम्मेदारी उन्हें मिली है ताकि छात्रों को आसानी से परीक्षा में नकल करवाया जा सके. अब जब परीक्षा में धांधली या गड़बड़ी होगी तो सारे महकमे की नींद खुलेगी तब तक बच्चों का भविष्य बर्बाद हो चुका रहेगा.