
पलामू जिला के हुसैनाबाद स्थित अवधेश कुमार सिंह कॉलेज, जपला में दिनांक 9 अप्रैल 2025 बुधवार को महाविद्रोही राहुल सांकृत्यायन की 132 वीं जयंती के अवसर पर छात्र सेमिनार का आयोजन हुआ। जिसमें लगभग 500 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इसकी अध्यक्षता परीक्षा नियंत्रक प्रो. अशोक कुमार सिंह ने की। कार्यक्रम का संचालन जंतु विभागाध्यक्ष प्रो. राहुल कुमार सिंह ने किया। सेमिनार कार्यक्रम में विद्यार्थियों में रिंकी कुमारी, प्राजक्ता कुमारी और रौशन सिंह ने राहुल जी के व्यक्तित्व एवं विचार पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता दर्शनशास्त्र के विभागाध्यक्ष – सह – एकेडमिक इंचार्ज डॉ. राम सुभग सिंह ने कहा कि राहुल सांकृत्यायन लगभग 30 भाषाओं के जानकार थे और उन्होंने दर्शनशास्त्र, इतिहास, पुरातत्व, जीवनी, उपन्यास, विज्ञान आदि ज्ञान की हर शाखा में अपनी लेखनी के माध्यम से योगदान किया है। भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेकर ये अनेको बार जेल भी गये। जेल में ही इन्होंने वोल्गा से गंगा, वैज्ञानिक भौतिकवाद, तुम्हारी क्षय, दिमागी गुलामी जैसी क्रांतिकारी रचनायें की। केदारनाथ पांडे सनातनी धर्म में जन्म लेकर बाद में आर्य समाजी बने, फिर बौद्ध धर्म में दीक्षित होकर राहुल सांकृत्यायन बने और अंततः मार्क्सवाद को मानव – मुक्ति का दर्शन मानकर कम्युनिस्ट हो गये। राहुल सांकृत्यायन नास्तिक एवं भौतिकवादी थे और इन्होंने ईश्वर, आत्मा, कर्मवाद, पुनर्जन्म, भूत-प्रेत, ज्योतिष और चमत्कार का खंडन किया। राहुल जी ने जीवन भर किसानों, मजदूरों एवं आम आदमी के पक्ष में संघर्ष किया। यह भारतीय नवजागरण के अग्रदूत हैं। इस मौके पर प्रो. रेखा कुमारी सिंह, प्रो. राजेश कुमार सिंह, डॉ. शिव कुमार विश्वकर्मा, लेखापाल ओम प्रकाश सिंह, विवेक कुमार, प्रिंस कुमार सिंह, प्रधान लिपिक अखिलेश कुमार सिंह भी मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन आइ. क्यू. ए. सी. समन्वयक प्रो. अरुण कुमार सिंह द्वारा किया गया।