केंद्रीय रक्षा मंत्री से मुलाकात कर डॉ कौशल ने उन्हें पौधा भेंट किया

संतोष श्रीवास्तव/News27Dsr

सेना से सरहद और पौधों से समस्त ब्रह्मांड की होती है सुरक्षा: पर्यावरणविद डॉ कौशल

पर्यावरणविद डॉ कौशल ने रक्षा मंत्री से नवनिर्मित पर्यावरण धर्म ज्ञान मंदिर पर की विस्तृत चर्चा

News27Dsr: नई दिल्ली 17 अकबर रोड स्थित केंद्रीय रक्षा मंत्री के आवास पर ट्री मैन ऑफ झारखंड व विश्व व्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वनरखी मूवमेंट के प्रणेता डॉ कौशल किशोर जायसवाल और वीपीएसए संस्था के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष नीरज कुमार तिवारी ने पर्यावरण धर्म के तहत तमिलनाडु के रक्त चंदन का पौधा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भेट कर उनका स्वागत किया.

केंद्रीय रक्षा मंत्री से बातचीत के दौरान डॉ कौशल ने कहा कि प्रकृति के सुखद संयोग से आज समाज के दो महान रक्षकों को एक साथ बैठने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, बस दोनों रक्षक में इतना फर्क है कि माननीय मंत्री जी के निर्देशन में देश की सरहद की रखवाली हो रहा है, जबकि पर्यावरणविद डॉ कौशल के पौधरोपण व वितरण अभियान से धरती और ब्रह्मांड के 84 लाख योनी जीवों की सुरक्षा हो रही है.

रक्षा मंत्री से वनराखी मूवमेंट के प्रणेता डॉ कौशल ने बताया है कि झारखंड पलामू जिले के छतरपुर अनुमंडल के ग्राम पंचायत डाली बाजार के कौशल नगर में अपनी जन्मभूमि पर पर्यावरण की नई परिभाषा गढ़ने के लिए और पर्यावरण की शिक्षा देने के लिए दुनिया का पहला पर्यावरण धर्म ज्ञान मंदिर का निर्माण कराया गया है. जहां 22 देशों की कई विलुप्त प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं. डॉ कौशल ने रक्षा मंत्री को यह भी बताया कि चंदन एक हाई ग्रीन के साथ औषधीय पौधा है. जिसे घिसकर ललाट में लगाने से शरीर का संतुलन एक समान होता है. उन्होंने यह भी बताया कि अभी वे उत्तराखंड में पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्यक्रम के तीन दिवसीय दौरे में दर्जनों रक्त चंदन कै पौधा देहरादून हरिद्वार , लुढ़की और मसूरी में लगाकर लौट रहे हैं. मुलाकात के दौरान संस्था के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष नीरज तिवारी व सूरज कुमार जायसवाल भी मौजूद थे.